धोखाधड़ी से ठगी करने का मामला
अमेरिका भेजने के नाम पर ठगे 34 लाख
पूरे परिवार को विदेश भेजने का दिया था झांसा
विदेश भेजने के नाम पर आए दिन फ्राॅड के मामले सामने आ रहे हैं। अब ऐसा ही एक मामला सिविल लाइन पुलिस ने दर्ज किया है। पूरे परिवार (पति-पत्नी व दो बच्चों) का अमेरिका के न्यूयार्क शहर में वर्क परमिट लगवाने के नाम पर 34 लाख रुपए धोखाधड़ी से ठग लिए गए। सिविल लाइन थाना पुलिस ने न्यू चार चमन वासी शैलेंद्र सुखीजा की शिकायत पर धोखाधड़ी से ठगी करने के आरोप में एक महिला सहित तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच सेक्टर-13 चौकी पुलिस को सौंपी है।
पुलिस को दी शिकायत में शिकायतकर्ता शैलेंद्र सुखीजा ने बताया कि जिन लोगों ने विदेश भेजने के नाम पर उससे 34 लाख रुपए की ठगी की है, वह उन आरोपियों को काफी समय से जानते हैं, जिनकी मुगल कैनाल पर दुकान है, जो लोगों को विदेश भेजने का काम करते हैं। उनके साथ पत्नी व 2 बच्चों समेत अमेरिका के न्यूयार्क शहर में भेजने के लिए कई बार बात हुई।
आरोपी 50 लाख रुपए में मुझे व मेरे परिवार को 2 साल का वर्क परमिट एकॉमेडिशन, मेडिकल, परिवार की एयर टिकट व 2 साल पूरे होने पर पीआर दिलवाने का वादा किया था। उनकी 47 लाख रुपए में बात फाइनल हो जाती है। इसके बाद उन्होंने इतने रुपए न होने की बात आरोपियों से कही तो उन्होंने यूनियन बैंक में अच्छी जान पहचान होने का हवाला देकर प्रॉपर्टी पर लोन करवा देने की बात कही।
साथ में यह भी कहा कि जब तक तुम्हारा काम नहीं होगा तब तक लोन की राशि का ब्याज वे खुद भरते रहेंगे, तुम्हे चिंता करने की जरूरत नहीं है। जब तुम्हारे पास पैसा आ जाएगा वापस कर देना। इसके बाद आरोपियों ने उनके कुछ कागजात साइन करवाए और उनका पासपोर्ट भी ले लिया। आरोपियों ने धोखाधड़ी करते हुए बहला फुसलाकर 6 जनवरी 2017 को 2 लाख रुपए, 24 जनवरी को पांच लाख रुपए नकद ले लिए।
इसके अलावा 20 लाख 57 हजार रुपए बैंक लोन की राशि खाते में ट्रांसफर करवा ली। इसके साथ ही डेढ़ लाख रुपए और फिर 5 लाख रुपए नकद लिए। इसके अलावा अलग से भी कुछ राशि ली गई। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने अक्टूबर 2018 तक उनको अमेरिका में नहीं भेजा। उनसे बात की जाती तो कहा जाता कि फाइल अंडर प्रोसेस है, तुम बकाया पैसे तैयार रखो।
आरोपी बार-बार टाल मटोल करते रहे और आश्वासन दिया कि अगर काम नहीं करवा सके तो सारे पैसे, पासपोर्ट व शैक्षणिक प्रमाण पत्र व हस्ताक्षरित कागजात वापस दे देंगे, लेकिन कुछ समय बाद कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन लग गया। लॉकडाउन के पश्चात कई बार पंचायत भी हुई, जिसका कोई अच्छा नतीजा नहीं निकला और न ही मुझे व मेरे परिवार को अमेरिका भेजा गया और न ही मेरे पैसे वापस किए गए।
इस दौरान उनके पिता इसी सदमे से बीमार हो गए और चल बसे। लॉकडाउन के कुछ समय बाद उन्होंने अपने पैसे, पासपोर्ट व कागजात मांगे तो आरोपियों ने उनको धमकी देते हुए कहा कि गुंडों से जान मरवा देंगे और तेरी लाश का भी पता नहीं चलेगा। सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच के लिए सेक्टर 13 चौकी में भेज दिया है। सेक्टर-13 चौकी पुलिस के अनुसार जांच के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
धोखाधड़ी से ठगी करने का मामला
अमेरिका भेजने के नाम पर ठगे 34 लाख
पूरे परिवार को विदेश भेजने का दिया था झांसा
विदेश भेजने के नाम पर आए दिन फ्राॅड के मामले सामने आ रहे हैं। अब ऐसा ही एक मामला सिविल लाइन पुलिस ने दर्ज किया है। पूरे परिवार (पति-पत्नी व दो बच्चों) का अमेरिका के न्यूयार्क शहर में वर्क परमिट लगवाने के नाम पर 34 लाख रुपए धोखाधड़ी से ठग लिए गए। सिविल लाइन थाना पुलिस ने न्यू चार चमन वासी शैलेंद्र सुखीजा की शिकायत पर धोखाधड़ी से ठगी करने के आरोप में एक महिला सहित तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच सेक्टर-13 चौकी पुलिस को सौंपी है।
पुलिस को दी शिकायत में शिकायतकर्ता शैलेंद्र सुखीजा ने बताया कि जिन लोगों ने विदेश भेजने के नाम पर उससे 34 लाख रुपए की ठगी की है, वह उन आरोपियों को काफी समय से जानते हैं, जिनकी मुगल कैनाल पर दुकान है, जो लोगों को विदेश भेजने का काम करते हैं। उनके साथ पत्नी व 2 बच्चों समेत अमेरिका के न्यूयार्क शहर में भेजने के लिए कई बार बात हुई।
आरोपी 50 लाख रुपए में मुझे व मेरे परिवार को 2 साल का वर्क परमिट एकॉमेडिशन, मेडिकल, परिवार की एयर टिकट व 2 साल पूरे होने पर पीआर दिलवाने का वादा किया था। उनकी 47 लाख रुपए में बात फाइनल हो जाती है। इसके बाद उन्होंने इतने रुपए न होने की बात आरोपियों से कही तो उन्होंने यूनियन बैंक में अच्छी जान पहचान होने का हवाला देकर प्रॉपर्टी पर लोन करवा देने की बात कही।
साथ में यह भी कहा कि जब तक तुम्हारा काम नहीं होगा तब तक लोन की राशि का ब्याज वे खुद भरते रहेंगे, तुम्हे चिंता करने की जरूरत नहीं है। जब तुम्हारे पास पैसा आ जाएगा वापस कर देना। इसके बाद आरोपियों ने उनके कुछ कागजात साइन करवाए और उनका पासपोर्ट भी ले लिया। आरोपियों ने धोखाधड़ी करते हुए बहला फुसलाकर 6 जनवरी 2017 को 2 लाख रुपए, 24 जनवरी को पांच लाख रुपए नकद ले लिए।
इसके अलावा 20 लाख 57 हजार रुपए बैंक लोन की राशि खाते में ट्रांसफर करवा ली। इसके साथ ही डेढ़ लाख रुपए और फिर 5 लाख रुपए नकद लिए। इसके अलावा अलग से भी कुछ राशि ली गई। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने अक्टूबर 2018 तक उनको अमेरिका में नहीं भेजा। उनसे बात की जाती तो कहा जाता कि फाइल अंडर प्रोसेस है, तुम बकाया पैसे तैयार रखो।
आरोपी बार-बार टाल मटोल करते रहे और आश्वासन दिया कि अगर काम नहीं करवा सके तो सारे पैसे, पासपोर्ट व शैक्षणिक प्रमाण पत्र व हस्ताक्षरित कागजात वापस दे देंगे, लेकिन कुछ समय बाद कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन लग गया। लॉकडाउन के पश्चात कई बार पंचायत भी हुई, जिसका कोई अच्छा नतीजा नहीं निकला और न ही मुझे व मेरे परिवार को अमेरिका भेजा गया और न ही मेरे पैसे वापस किए गए।
इस दौरान उनके पिता इसी सदमे से बीमार हो गए और चल बसे। लॉकडाउन के कुछ समय बाद उन्होंने अपने पैसे, पासपोर्ट व कागजात मांगे तो आरोपियों ने उनको धमकी देते हुए कहा कि गुंडों से जान मरवा देंगे और तेरी लाश का भी पता नहीं चलेगा। सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच के लिए सेक्टर 13 चौकी में भेज दिया है। सेक्टर-13 चौकी पुलिस के अनुसार जांच के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।