अस्थियां विसर्जन करते डूबे युवक को बचाने गए कई डूबे तीन के शव मिलने से कईयों के परिवारों में सन्नाटा

अस्थियां विसर्जन करते डूबे युवक को बचाने गए कई डूबे
तीन के शव मिलने से कईयों के परिवारों में सन्नाटा
करनाल( यमुनानगर जिले में हमीदा हेड में मामा की अस्थियां विसर्जन करने गए युवक के डूबने के बाद उसका शव करनाल जिले के बड़थल गांव की नहर में मिला है। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और गौताखोर की मदद से शव को बाहर निकाला। शव की पहचान सतेंद्र सिंह के रूप में हुई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। अस्थियां विसर्जन करने सतेन्द्र को डूबने से बचाने के लिए आए युवक भी डूब गए थे। इसके अलावा कई युवक भी डूब गए थे। दो युवकों के शव पहले ही निकाले जा चुके है।
मृतक के परिजनों ने बताया कि सतेंद्र सिंह रविवार सुबह अपने मामा की अस्थियां विसर्जित करने के लिए पश्चिमी यमुना नहर के हमीदा हेड पर गया था। वह नहर के किनारे खड़े होकर अस्थियां विसर्जित कर रहा था तभी उसका पांव फिसल गया और वह पानी के तेज बहाव में बह गया। शोर सुनकर नहर पर गणपति विसर्जन के लिए तैनात गोताखोर और कर्मचारी बचाने के लिए पहुंचे, लेकिन उनके साथ भी हादसा हो गया।
गोताखोर और कर्मचारी तुरंत सतेंद्र को बचाने के लिए नाव में सवार होकर नहर में उतर गए। लेकिन नहर में पानी का बहाव इतना तेज था कि उनकी नाव अनियंत्रित होकर पलट गई। उस समय नाव में चालक सुरेंद्र, पटवारी धर्मेंद्र, विक्की, टोनी और एक⁰ होमगार्ड का जवान सवार था। नाव पलटने से सभी पानी मे बह गए। पटवारी धर्मेंद्र, टोनी, अनिल और होमगार्ड के जवान को लोगों ने बचा लिया। मगर नाव चालक और विक्की पानी के तेज बहाव में बह गए और उन्हें बचाया नहीं जा सका।
नाव चालक सुरेंद्र और विक्की नगर निगम के कर्मचारी हैं। सोमवार को विक्की का शव मिला था। मंगलवार को सुरेंद्र का शव इंद्री के पास मिला और सतेंद्र का शव बड़थल गांव में मिला। बुटाना थाना के हेड कांस्टेबल राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस को शवों के मिलने के बारे में जानकारी मिली थी। जिन्हें पानी से निकालने और पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।गोताखोर और कर्मचारी तुरंत सतेंद्र को बचाने के लिए नाव में सवार होकर नहर में उतर गए। लेकिन नहर में पानी का बहाव इतना तेज था कि उनकी नाव अनियंत्रित होकर पलट गई। उस समय नाव में चालक सुरेंद्र, पटवारी धर्मेंद्र, विक्की, टोनी और एक⁰ होमगार्ड का जवान सवार था। नाव पलटने से सभी पानी मे बह गए। पटवारी धर्मेंद्र, टोनी, अनिल और होमगार्ड के जवान को लोगों ने बचा लिया। मगर नाव चालक और विक्की पानी के तेज बहाव में बह गए और उन्हें बचाया नहीं जा सका।
नाव चालक सुरेंद्र और विक्की नगर निगम के कर्मचारी हैं। सोमवार को विक्की का शव मिला था। मंगलवार को सुरेंद्र का शव इंद्री के पास मिला और सतेंद्र का शव बड़थल गांव में मिला। बुटाना थाना के हेड कांस्टेबल राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस को शवों के मिलने के बारे में जानकारी मिली थी। जिन्हें पानी से निकालने और पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।