लाडवा अनाज मंडी एक बार फिर सुर्खियों मे आ गई। इस बार भी यह मंडी उन आढ़तियो पर 11000 रुपए जुर्माना लगाने के कारण सुर्खियो मे आई जो एसोसिएशन के नियमो के खिलाफ चलेगा, जबकि एसोसिएशन के नियमो की अवहेलना करने पर मंडी मे चार पांच आढतियो पर उस समय लगाए गए जुर्माने करने पर न केवल अनाज मंडी के आढती दो फाड हो गए थे, बल्कि मंडी मे दूसरी एसोसिएशन भी गठित हो गई थी। अब वह एसोसिएशन भी आढतियो पर जुर्माना लगाने की बात कर रही है, जिन्होने उस समय जुर्माना लगने पर मंडी दो फाड कर नंई एसोसिएशन खडी कर दी थी। कमाल की बात तो यह भी है वही आढती मंडी एसोसिएशन जिसने उस समय इन आढतियो पर जुर्माना लगाया था ओर दो फाड हुई थी वह भी उस एसोसिएशन के साथ मिलकर मंडी के फैसले ले रही है। जब दोनो एसोसिएशन मिलकर फैसला एक लेती है तो फिर मंडी दो फाड क्यो ?
अब लाडवा अनाज मंडी की दोनो आढती एसोसिएशनो ने मंडी मे लगे जाम की स्थिति को देखते हुए दो दिन तक मंडी किसानों के लिए बंद की है। किसान मंडी मे न बारीक ओर न ही परमल धान ला सकते। यदि किसी आढती ने अपनी दुकान पर शनिवार सुबह 6 बजे से लेकर सोमवार सुबह 6 बजे तक किसान की धान उतरवाई तो उस आढती पर दोनो एसोसिएशन ने 11 हजार रुपए जुर्माना लगाने का फैसला लिया है। अब देखना है की कही मंडी मे तीसरी एसोसिएशन ही न गठित हो जाए। क्योकि यह फैसले सभी के लिए लागू होने चाहिए। यदि सभी पर लागू होते तो आज मंडी मे दो एसोसिएशन नही होती।