ई-श्रम योजना में रजिस्टेªशन करने वाले व्यक्ति का होगा 2 लाख रूप्ए तक का दुर्घटना बीमा मुफत-डीसी डा. यश गर्ग 

ई-श्रम योजना में रजिस्टेªशन करने वाले व्यक्ति का होगा 2 लाख रूप्ए तक का दुर्घटना बीमा मुफत-डीसी डा. यश गर्ग

– रजिस्टेªशन अपने नजदीकी सीएससी पर जाकर करवाएं या फिर ई-श्रम पोर्टल पर खुद करें

– उपायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिला स्तरीय कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक

गुरुग्राम, 12 अक्तूबर। जिला में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, कामगारों तथा छोटे व मध्यम किसानों आदि का रजिस्टेªशन ई-श्रम योजना 2021 के तहत करवाने के लिए गठित जिला स्तरीय कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक आज उपायुक्त डा. यश गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में उपायुक्त डा. गर्ग ने बताया कि इस योजना के तहत पंजीकृत व्यक्ति का दो लाख रूपए तक का दुर्घटना बीमा मुफत होगा और स्थाई अंग भंग होने पर उसे एक लाख रूपए तक की सहायता राशि मिलेगी।

उपायुक्त कार्यालय में आयोजित इस बैठक में डा. गर्ग ने कहा कि यह योजना श्रमिको के लिए कॉफी लाभदायक है और योजना का लाभ लेने के लिए व्यक्ति को अपने नजदीकी सीएससी सैंटर पर जाकर अपना रजिस्टेªशन करवाना होगा। व्यक्ति खुद भी ी http://eshram.gov.in पर जाकर अपना व अपने परिवार के सदस्यों का रजिस्टेªशन कर सकता है। यह रजिस्टेªशन बिल्कुल मुफत किया जा रहा है। इसमें वे श्रमिक ही अपना रजिस्टेªशन करवा सकते हैं जिनकी आयु 16 वर्ष से 59 वर्ष तक है और जो इनकम टैक्स नहीं भरते और ना ही उन्हें ईपीएफओ या ईएसआईसी का लाभ मिल रहा है।

डा. गर्ग ने बताया कि ई-श्रम योजना का लाभ लेने के लिए श्रमिकों की श्रेणी में छोटे और मध्यम किसान, खेतों में काम करने वाले मजदूर, मनरेगा योजना के श्रमिक, पशुपालन श्रमिक, सब्जी और फल रेहड़ी लगाने वाले, घरेलू कार्य करने वाले व्यक्ति, आशा वर्कर, रिक्शा या ऑटो रिक्शा ड्राईवर, लकड़ी का काम करने वाले, दूध विक्रेता, प्रवासी श्रमिक, ईंट भट्ठा या पत्थर का काम करने वाले व्यक्ति, भवन व अन्य निर्माण कार्य में लगे श्रमिक आदि आते हैं। उन्होंने बताया कि रजिस्टेªशन करवाने वाले व्यक्तियों को ई-श्रम कार्ड मिलेगा, जिससे अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेने मे भी उन्हें मदद मिलेगी। डा. गर्ग ने यह भी बताया कि इसके लिए ई-श्रम पोर्टल भी लांच किया गया है जिसके माध्यम से सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का एकीकरण किया जाएगा और यह पोर्टल श्रमिको को उनके कौशल के अनुसार रोजगार प्राप्त करने में सहायक होगा।

उपायुक्त ने श्रम विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे उन स्थानों पर कैंप लगाएं जहां पर ज्यादा संख्या में श्रमिक काम करते हांे। इन कैंपो का शैड्यूल बनाकर योजनाबद्ध तरीके से काम करें। उन्होंने कहा कि ई-श्रम योजना से मिलने वाले लाभ का जब पता चलेगा तो लोग स्वयं रजिस्टेªशन को आगे आएंगे या पोर्टल पर जाकर खुद रजिस्टेªशन कर लंेगे। वास्तविक लाभार्थियों तक इस योजना को पहुंचाने के लिए आरडब्ल्यूए, ऑटो युनियन, आशा वर्कर एसोसिएशन, स्ट्रीट वैंडर युनियन, मार्केट एसोसिएशन आदि का सहयोग लेकर इस कार्य को मिशन मोड में करवाएं।

उपश्रमायुक्त अजयपाल डुडी ने उपायुक्त को बताया कि अब तक जिला में शहरी क्षेत्र में 110 कैंप लगाकर लगभग 7 हजार व्यक्तियों का रजिस्टेªशन किया गया है। उन्होंने कहा कि अब शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी कैंप लगाए जाएंगे और पात्र व्यक्तियों को अपने नजदीकी सीएससी सैंटर पर जाकर रजिस्टेªशन करवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रजिस्टेªशन करना बहुत आसान है। पात्र व्यक्ति अपने मोबाइल से भी पोर्टल पर जाकर अपना व अपने परिवार के सदस्यों का रजिस्टेªशन कर सकता है।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान, उपश्रमायुक्त रमेश कुमार नैन व अजयपाल डुडी, सहायक श्रमायुक्त अनुज सहारण व जीडी कादयान, औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग से उपनिदेशक रविंद्र मलिक व रमेश सिंह के साथ श्रम विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

 

———–ई-श्रम योजना में रजिस्टेªशन करने वाले व्यक्ति का होगा 2 लाख रूप्ए तक का दुर्घटना बीमा मुफत-डीसी डा. यश गर्ग

– रजिस्टेªशन अपने नजदीकी सीएससी पर जाकर करवाएं या फिर ई-श्रम पोर्टल पर खुद करें

– उपायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिला स्तरीय कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक

गुरुग्राम, 12 अक्तूबर। जिला में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, कामगारों तथा छोटे व मध्यम किसानों आदि का रजिस्टेªशन ई-श्रम योजना 2021 के तहत करवाने के लिए गठित जिला स्तरीय कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक आज उपायुक्त डा. यश गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में उपायुक्त डा. गर्ग ने बताया कि इस योजना के तहत पंजीकृत व्यक्ति का दो लाख रूपए तक का दुर्घटना बीमा मुफत होगा और स्थाई अंग भंग होने पर उसे एक लाख रूपए तक की सहायता राशि मिलेगी।

उपायुक्त कार्यालय में आयोजित इस बैठक में डा. गर्ग ने कहा कि यह योजना श्रमिको के लिए कॉफी लाभदायक है और योजना का लाभ लेने के लिए व्यक्ति को अपने नजदीकी सीएससी सैंटर पर जाकर अपना रजिस्टेªशन करवाना होगा। व्यक्ति खुद भी ी http://eshram.gov.in पर जाकर अपना व अपने परिवार के सदस्यों का रजिस्टेªशन कर सकता है। यह रजिस्टेªशन बिल्कुल मुफत किया जा रहा है। इसमें वे श्रमिक ही अपना रजिस्टेªशन करवा सकते हैं जिनकी आयु 16 वर्ष से 59 वर्ष तक है और जो इनकम टैक्स नहीं भरते और ना ही उन्हें ईपीएफओ या ईएसआईसी का लाभ मिल रहा है।

डा. गर्ग ने बताया कि ई-श्रम योजना का लाभ लेने के लिए श्रमिकों की श्रेणी में छोटे और मध्यम किसान, खेतों में काम करने वाले मजदूर, मनरेगा योजना के श्रमिक, पशुपालन श्रमिक, सब्जी और फल रेहड़ी लगाने वाले, घरेलू कार्य करने वाले व्यक्ति, आशा वर्कर, रिक्शा या ऑटो रिक्शा ड्राईवर, लकड़ी का काम करने वाले, दूध विक्रेता, प्रवासी श्रमिक, ईंट भट्ठा या पत्थर का काम करने वाले व्यक्ति, भवन व अन्य निर्माण कार्य में लगे श्रमिक आदि आते हैं। उन्होंने बताया कि रजिस्टेªशन करवाने वाले व्यक्तियों को ई-श्रम कार्ड मिलेगा, जिससे अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेने मे भी उन्हें मदद मिलेगी। डा. गर्ग ने यह भी बताया कि इसके लिए ई-श्रम पोर्टल भी लांच किया गया है जिसके माध्यम से सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का एकीकरण किया जाएगा और यह पोर्टल श्रमिको को उनके कौशल के अनुसार रोजगार प्राप्त करने में सहायक होगा।

उपायुक्त ने श्रम विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे उन स्थानों पर कैंप लगाएं जहां पर ज्यादा संख्या में श्रमिक काम करते हांे। इन कैंपो का शैड्यूल बनाकर योजनाबद्ध तरीके से काम करें। उन्होंने कहा कि ई-श्रम योजना से मिलने वाले लाभ का जब पता चलेगा तो लोग स्वयं रजिस्टेªशन को आगे आएंगे या पोर्टल पर जाकर खुद रजिस्टेªशन कर लंेगे। वास्तविक लाभार्थियों तक इस योजना को पहुंचाने के लिए आरडब्ल्यूए, ऑटो युनियन, आशा वर्कर एसोसिएशन, स्ट्रीट वैंडर युनियन, मार्केट एसोसिएशन आदि का सहयोग लेकर इस कार्य को मिशन मोड में करवाएं।

उपश्रमायुक्त अजयपाल डुडी ने उपायुक्त को बताया कि अब तक जिला में शहरी क्षेत्र में 110 कैंप लगाकर लगभग 7 हजार व्यक्तियों का रजिस्टेªशन किया गया है। उन्होंने कहा कि अब शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी कैंप लगाए जाएंगे और पात्र व्यक्तियों को अपने नजदीकी सीएससी सैंटर पर जाकर रजिस्टेªशन करवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रजिस्टेªशन करना बहुत आसान है। पात्र व्यक्ति अपने मोबाइल से भी पोर्टल पर जाकर अपना व अपने परिवार के सदस्यों का रजिस्टेªशन कर सकता है।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान, उपश्रमायुक्त रमेश कुमार नैन व अजयपाल डुडी, सहायक श्रमायुक्त अनुज सहारण व जीडी कादयान, औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग से उपनिदेशक रविंद्र मलिक व रमेश सिंह के साथ श्रम विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

 

———–*गुरुग्राम ब्रेकिंग*

 

*-दृष्टि रोग से पीड़ित बच्चों को स्कूलों में ही वितरित किए जाएंगे नजर के चश्मे*

 

*-जनवरी 2022 के अंत तक जिला के सभी स्कूलों को कवर करने का लक्ष्य*

 

*गुरुग्राम,12 अक्तूबर।*

आगामी 14 अक्तूबर को विश्व दृष्टि दिवस को ध्यान में रखते हुए गुरुग्राम जिला के स्वास्थ्य विभाग ने राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों को निःशुल्क दिए जाने वाले चश्मे का वितरण कार्य अब स्कूलों में ही करवाने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला के सभी स्कूलों में स्क्रीनिंग के बाद चश्मे वितरण कार्य के लिए जनवरी 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

 

सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने आज चकरपुर के सरकारी स्कूल में इस कार्यक्रम के शुभारंभ के उपरांत जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत डॉक्टरों की एक पूरी टीम स्कूलों में विजिट कर उनके स्वास्थ्य की जांच करती है। इसमें दृष्टि रोग से पीड़ित बच्चों को स्क्रीनिंग टेस्ट व उपचार के लिए नागरिक अस्पताल में रेफर किया जाता है। नागरिक अस्पताल में राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत संबंधित बच्चों की आंखों का स्क्रीन टेस्ट कर उनको नजर के चश्मे निःशुल्क वितरित किए जाते हैं।

डॉ यादव ने बताया कि स्कूल से नागरिक अस्पताल रेफर करने की पूरी प्रकिया काफी लंबी व थका देने वाली प्रक्रिया है। स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों व उनके अभिभावकों की परेशानी को ध्यान में रख राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण कार्यक्रम व राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम से संबंधित डॉक्टरों की टीम में आपसी समन्वय स्थापित कर उपरोक्त पूरी प्रक्रिया स्कूलों में ही करवाने का निर्णय लिया है।

 

उप सिविल सर्जन व उपरोक्त कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ ईशा नारंग ने बताया कि चश्मे निःशुल्क वितरण के इस कार्यक्रम में कक्षा 6 से 12 के विद्यार्थियों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि कोई बच्चा जन्म से अथवा अन्य किसी कारण से दृष्टिहीनता से पीड़ित है तो उपरोक्त कार्यक्रम के तहत उसकी निःशुल्क सर्जरी भी करवाई जाएगी।

——————-