By NIRMAL SANDHU
उपहार सिनेमा अग्निकांड
कोर्ट ने अंसल बंधुओं पर लगाया 2.25 करोड़ का जुर्माना
( सुनाई 7-7 साल की सजा)
(Nirmal Sandhu)पटियाला हाउस कोर्ट ने उपहार सिनेमा केस में दोषी करार दिए गए सुशील अंसल और गोपाल अंसल को सात-सात साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने दोनों पर सुबूतों से छेड़ाछाड़ करने पर 2.25 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
नई दिल्ली दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उपहार सिनेमा अग्निकांड ( Uphaar cinema fire) के मामले में सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने के लिए रियल एस्टेट कारोबारी सुशील और गोपाल अंसल को 7-7 साल की जेल की सजा सुनाई है। इसके अलावा कोर्ट ने अंसल बंधुओं पर 2.25- 2.25 करोड़ रुपये जुर्माना भी लगाया है। साल 1997 में हुए अग्निकांड में 59 लोगों की जान चली गई थी। आदेश सुनाए जाने के बाद जमानत पर छूटे दोषियों को तुरंत हिरासत में ले लिया गया। कोर्ट के आदेश पर सभी दोषियों को जेल भेजा जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, अदालत ने कोर्ट के पूर्व कर्मचारी दिनेश चंद शर्मा और दो अन्य दोषियों पीपी बत्रा और अनूप सिंह को भी सात-सात सजा की सजा सुनाई है। इसके अलावा तीनों दोषियों पर तीन-तीन लाख रुपये जुर्माने की सजा भी सुनाई है।
चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पंकज शर्मा (Chief Metropolitan Magistrate Pankaj Sharma) ने सजा सुनाते हुए कहा कि रात-रात भर सोचने पर बाद मैने फैसला किया है कि ये लोग सजा के पात्र हैं। सजा सुनाने के दौरान सभी दोषी कोर्ट में मौजूद थे। सुप्रीम कोर्ट से अंसल बंधु जमानत पर रिहा हुए थे। अब उ्न्हें फिर से जेल में रहना पड़ेगा।
बता दें कि 13 जून, 1997 को हिंदी फिल्म ‘बॉर्डर’ की स्क्रीनिंग के दौरान उपहार सिनेमा में आग लग गई थी, जिसमें 59 लोगों की जान चली गई थी। जबकि 100 से अधिक लोग झुलस गए थे। इस मामले में कोर्ट ने अंसल बंधुओं को दोषी ठहराया था।
22 जुलाई 1997 को दिल्ली पुलिस ने उपहार सिनेमा के मालिक सुशील अंसल को मुंबई से गिरफ्तार किया। 24 जुलाई 1997 को मामले की जांच सीबीआइ को सौंपी गई। सीबीआइ ने 15 नवंबर 1997 को सुशील अंसल और गोपाल अंसल समेत 16 आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। सेशन कोर्ट में 10 मार्च 1999 में केस का ट्रायल शुरू हुआ। 27 फरवरी 2001 को कोर्ट ने सभी आरोपितों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और लापरवाही समेत अन्य में आरोप तय किए।
By NIRMAL SANDHU
अल्प आयु के बच्चो को ड्राईविंग न करने की सलाह दी गई। पुलिस प्रेजेंस-डे का मुख्य उद्देश्य लोगो के बीच पुलिस की मौजुदगी को दर्शाना है
पानीपत पुलिस ने मनाया पुलिस प्रेजेंस-डे।
पानीपत, 8 नवम्बर ,(NIRMAL SANDHU) पुलिस अधीक्षक पानीपत शशांक कुमार सावन बताया कि जिस प्रकार महिने में एक या दो बार नाइट डोमिनेशन किया जाता है उसी प्रकार हरियाणा पुलिस हेडक्वार्टर के आदेशानुसार पुलिस प्रेजेंस-डे की शुरुआत की गई है। इसमें सभी पुलिसकर्मी सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक रूट पेट्रोलिंग व शहर में पैदल मार्च कर आमजन से संपर्क साधते है। जिला पुलिस आमजन की सुरक्षा के लिए पूर्ण रूप से सतर्क है।
पुलिस प्रेजेंस-डे के दौरान सोमवार को पुलिसकर्मियो ने शहर मे पैदल मार्च निकाला व सभी थाना व चौकी के एरिया मे मुख्य रुप से चौराहों, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन व भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे व लोगों से बातचीत कर समस्याए सुनी व आसपास की जानकारी भी ली गई। साथ ही विभिन्न स्थानों पर संद्विगध वाहनों व व्यक्तियों की गहनता से चैकिंग कि गई। महिला पुलिस द्वारा महिलाओं को महिला सुरक्षा के बारे मे जैसे महिला हैल्पलाईन नम्बर, दुर्गा शक्ति एप, महिला हैल्प डैस्क, महिला सैल के बारे मे जानकारी दी जिससे महिलाओं में पुलिस के प्रति और ज्यादा विश्वाश पैदा हो सके।
बच्चों व युवाओं को यातायात के नियमों की जानकारी देकर पालना करने बारे प्रेरित किया गया। ट्रैफिक ज्यादा होने के कारण व यातायात के नियमों का पालन न करने से दुर्घटनाए बढ रही है। सर्तक रहकर इससे हम अपना बचाव कर सकते है। अल्प आयु के बच्चो को ड्राईविंग न करने की सलाह दी गई। पुलिस प्रेजेंस-डे का मुख्य उद्देश्य लोगो के बीच पुलिस की मौजुदगी को दर्शाना है ताकि लोगों में विश्वाश पैदा हो की पुलिस हर समय आमजन की सेवा सुरक्षा व सहयोग के लिए सदैव तत्पर है।
BY NIRMAL SANDHU
किसानों की गलती, कार्रवाई जरूर होगी
CM मनोहर लाल बोले- बयानों की बजाए
हाथ-पांव काटने वालों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करें तो बेहतर होगा
By NIRMAL SANDHU
किसानों की गलती, कार्रवाई जरूर होगी
CM मनोहर लाल बोले- बयानों की बजाए
हाथ-पांव काटने वालों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करें तो बेहतर होगा
करनाल, (NIRMAL SANDHU)सांसद अरविंद शर्मा के आंख निकालने व हाथ काटने वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया के बीच सीएम मनोहर लाल ने निहंगों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बयानों पर प्रतिक्रिया कम दी जाए। इसके बजाए जिन्होंने हाथ-पांव काटे हैं, उनके खिलाफ बोला जाए तो ज्यादा बेहतर होगा। शुगर मिल का कार्यक्रम पूरा होने के बाद सीएम मनोहर लाल प्रेस वार्ता में बोल रहे थे।
किसान आंदोलन पर बोलते हुए सीएम ने कहा कि किसान आंदोलन कुछ लोगों का आंदोलन है, जो जिद्द के कारण ऐसा कर रहे हैं। वे अपने अनुसार चलते हैं। हमारी तो मानेंगे नहीं। अगर वे जिद्द को छोड़ दें तो उनकी समस्या भी हल हाेने में देर नहीं लगेगी। केंद्र सरकार ने उनको कई बार निमंत्रण दिया है। आज भी यदि वे तैयार हों तो सरकार तैयार है, उनकी समस्या हल होने में देर नहीं लगेगी।
लेकिन अब कोई ऐसा नहीं है कि खुली छुट्टी मिल जाएगी। लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को मेंटेन रखने के लिए सरकार हमेशा तैयार है। जनता को तकलीफ नहीं होनी चाहिए।
रोहतक में किसानों की गलती, कार्रवाई जरूर होगी
रोहतक मामले में किसानों पर बोलते हुए मनोहर लाल ने कहा कि जो दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी। उनके खिलाफ एफआईआर हो चुकी है। सिद्ध भी हो गया है कि उन्होंने गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया है। गाड़ी तोड़ी है। अवरोध डाला है। किसान नेताओं ने वादा किया था कि वे किसी प्रकार की हिंसा नहीं करेंगे। किसी भी आंदोलनकारी द्वारा कहीं पर भी कानून तोड़ने की बात सहन नहीं की जाएगी। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। By NIRMAL SANDHU