किसानों को भूमि के गलत आंकड़ों के कारण भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है

रादौर,8 अक्टूबर(NIRMALSandhu): अनाजमंडी में धान की फसल डालने को लेकर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने के बावजूद किसानों को भूमि के गलत आंकड़ों के कारण भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। किसानों द्वारा पोर्टल पर धान की फसल डालने को लेकर भूमि का रजिस्ट्रेशन करवाया गया था। लेकिन अब किसानों द्वारा करवाए गए भूमि के रजिस्ट्रेशन के अनुसार बहुत से किसानों की भूमि का रकबा काफी घट गया है। रकबा घटने से किसानों को अब मंडी में अपनी धान की फसल डालने के लिए कभी मार्केट कमेटी, कभी राजस्व विभाग तो कभी कृषि विभाग के चक्कर काटने पड़ रहे है। जिससे किसान परेशान है। मामले को लेकर एक किसान ने सीएम विंडो के माध्यम से मुख्यमंत्री को शिकायत भेजकर इस बारे कार्रवाई करने की मांग की है। अनाजमंडी रादौर में धान की फसल डालने आए किसान विकास निवासी माधूबांस ने बताया कि उसने 24 जून 2021 को पोर्टल पर धान की फसल डालने के लिए 13 एकड़ भूमि का रजिस्ट्रेशन किया था। लेकिन जब वीरवार को वह रादौर अनाजमंडी में धान की फसल डालने आया तो उसे पता चला कि पोर्टल पर उसके 13 एकड़ धान की बजाय मात्र 3 एकड़ धान की फसल दिखाई गई है। मामले को लेकर वह संबंधित पटवारी से मिला था। पटवारी ने अपनी रिपोर्ट में उसकी भूमि पर धान की फसल होने की पुष्टि की है। इसके बावजूद पोर्टल पर उसकी भूमि के गलत आंकड़ों को ठीक नहीं किया जा रहा है। सरकार ने कई विभागों से पोर्टल पर रजिस्टेशन की गई भूमि का सर्वे करवाया था। इसके बावजूद उसकी 13 एकड़ धान की फसल को 3 एकड़ में बदल दिया गया। अब उसे गलत आंकड़ों के कारण दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे मार्केट कमेटी रादौर के सचिव जयसिंह बरहेडी ने बताया कि पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन संबंधी कार्य कृषि विभाग के अधिकारी देख रहे है। किसान इससे संबंधित मामले कृषि विभाग के अधिकारियों से समक्ष उठाए।

 

रादौर – मार्केट कमेटी रादौर के सचिव जयसिंह बरहेडी से शिकायत करते प्रभावित किसान विकास।