गन्ने के दामों में बढ़ोतरी को लेकर के आज इंद्री किसानों ने ट्रैक्टर के द्वारा पूरे शहर में रोष मार्च निकाला सरकार द्वारा जो ₹10 रूपये का गन्ने के दाम में इजाफा किया है वह ऊंट के मुंह में जीरे वाली बात—- किसान नेता

  सरकार द्वारा जो ₹10 रूपये का गन्ने के दाम में इजाफा किया है वह ऊंट के मुंह में जीरे वाली बात—- किसान नेता 




NIRMAL SANDHU



INDRI



गन्ने के दामों में बढ़ोतरी को लेकर के आज इंद्री किसानों ने ट्रैक्टर के द्वारा पूरे शहर में रोष मार्च निकालते हुए रेस्ट हाउस पर पहुंचकर हरियाणा के मुख्यमंत्री का पुतला फूंक कर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया| किसानों की मांग है कि गन्ने के दाम 450 रूपये प्रति किवंटल  किया जाए यह मांग पिछले काफी दिनों से की जा रही है लेकिन सरकार की ओर से कोई भी संतोषजनक जवाब ना आने की वजह से किसान रोषजदा  है और हरियाणा के 14 चीनी मिल  को बंद करने के बाद लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं|  हालांकि सरकार ने आज ₹10 प्रति क्विंटल गन्ने के दाम बढ़ाकर किसानों को खुश करने का प्रयास किया है लेकिन किसान इस ₹10 प्रति क्विंटल बढ़ाए जाने से नाखुश हैं|





भारतीय किसान संघ ने भी समर्थन दिया


आज के इस प्रदर्शन में भारतीय किसान संघ ने भी समर्थन दिया भारतीय किसान संघ के दिल्ली प्रांत एवं हरियाणा प्रांत के संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह  पहुंचे थे जहां पर उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जो ₹10 रूपये का गन्ने के दाम में इजाफा किया है वह ऊंट के मुंह में जीरे वाली बात है क्योंकि लगातार किसान की खेती महंगी होती जा रही है हर चीजों पर महंगाई हो गई है जिसकी वजह से लागत मूल्य भी सही ढंग से किसानों को नहीं मिल रहा है | सरकार को जल्द ही इस बारे में सोचना चाहिए यदि सरकार किसानों के बारे में नहीं सोचेगी तो किसान भी सरकार के बारे में नहीं सोचेंगे और आने वाले समय में इसका खामियाजा भी सरकार को भुगतना पड़ सकता है|





ट्रैक्टरों के माध्यम से पूरे शहर के अंदर रोष प्रदर्शन किया है



भारतीय किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष मनजीत सिंह गन्ना संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामपाल चहल  ने कहा कि आज हमने शांति पूर्वक ट्रैक्टरों के माध्यम से पूरे शहर के अंदर रोष प्रदर्शन किया है, और सरकार को चेताया है कि सरकार गन्ने के दामों में उचित वृद्धि करें जो रेट बढ़ाया गया है|  वह नाकाफी है कल कुरुक्षेत्र के अंदर 14 मिलों के प्रतिनिधियों के साथ हमारे किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी  की एक बैठक होगी इस बैठक के बाद ही निर्णय लिया जाएगा के आगे की कार्रवाई क्या रहेगी जो भी प्रदर्शन के कार्यक्रम पहले से तय है वह उसी प्रकार से जारी रहेंगे|






  जब तक कि हमारे नेता का कोई भी आदेश नहीं आता|  उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों के हित में सोचना चाहिए सरकार की नीतियां सही होनी चाहिए नहीं तो सरकार को पलटने में किसान देरी नहीं लगाएंगे|