घीड़ मंडी सुपरवाइजर धीरज कुमार, ऑक्शन रिकार्डर धर्मवीर सिंह, कम्पयूटर आपरेटर दीपक व अंशुल तथा 28 मंडी आढ़तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज, आढ़तियों के लाइसेंस किए रद्द : डीसी निशांत कुमार यादव

घीड़ मंडी सुपरवाइजर धीरज कुमार, ऑक्शन रिकार्डर धर्मवीर सिंह, कम्पयूटर आपरेटर दीपक व अंशुल तथा 28 मंडी आढ़तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज, आढ़तियों के लाइसेंस किए रद्द : डीसी निशांत कुमार यादव

 

करनाल उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने घीड़ अनाज मंडी में बाहरी धान खरीद को लेकर कड़ा संज्ञान लिया और गलत ढंग से धान की खरीदारी में मिलीभगत पाए जाने पर मंडी सुपरवाइजर धीरज कुमार, ऑक्शन रिकार्डर धर्मवीर सिंह, कम्पयूटर आपरेटर दीपक व अंशुल तथा 28 मंडी आढ़तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है। इसके अलावा इन आढ़तियों के लाइसेंस भी रद्द कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं 18 अन्य आढ़तियों का स्टॉक कम पाए जाने पर डीएफएससी व डीएम हैफेड द्वारा संबंधित आढ़तियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

 

उपायुक्त ने बताया कि घीड़ अनाजमंडी में बाहर से धान खरीद को लेकर एक मामला संज्ञान में आया था, जिसकी तुरंत प्रभाव से जांच करवाई गई और जांच में पाया गया कि कम्पयूटर आपरेटर दीपक व अंशुल तथा मंडी सुपरवाइजर धीरज कुमार व आक्शन रिकार्डर धर्मवीर की मिलीभगत से गलत ढंग से गेट पास काटे गए हैं। इतना ही नहीं मंडी में 28 आढ़तियों के नाम रिकार्ड में तो मेंशन है, लेकिन फिजिकल तौर पर वहां कोई आढ़ती नहीं मिला है। इसलिए उक्त सभी कर्मचारियों तथा मंडी आढ़तियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाई गई तथा 28 आढ़तियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। इसी मामले से जुड़े 9 अन्य राइसमिलों की जांच डीएफएससी व डीएम हैफेड द्वारा की गई, जिसमें धान खरीद प्रक्रिया में उल्लंघना पाई गई है। इन राइस मिलों के खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त ने एसडीएम इंद्री को निर्देश दिए कि वे निजी तौर पर घीड़ मंडी की समय-समय पर चैकिंग करते रहे। इसके अलावा ग्राम सचिव व कुंजपुरा मंडी के सचिव को निर्देश दिए कि वे मंडी में 24 घंटे तैनात रहेंगे और इस प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखेंगे।

घीड़ मंडी सुपरवाइजर धीरज कुमार, ऑक्शन रिकार्डर धर्मवीर सिंह, कम्पयूटर आपरेटर दीपक व अंशुल तथा 28 मंडी आढ़तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज, आढ़तियों के लाइसेंस किए रद्द : डीसी निशांत कुमार यादव

करनाल उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने घीड़ अनाज मंडी में बाहरी धान खरीद को लेकर कड़ा संज्ञान लिया और गलत ढंग से धान की खरीदारी में मिलीभगत पाए जाने पर मंडी सुपरवाइजर धीरज कुमार, ऑक्शन रिकार्डर धर्मवीर सिंह, कम्पयूटर आपरेटर दीपक व अंशुल तथा 28 मंडी आढ़तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है। इसके अलावा इन आढ़तियों के लाइसेंस भी रद्द कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं 18 अन्य आढ़तियों का स्टॉक कम पाए जाने पर डीएफएससी व डीएम हैफेड द्वारा संबंधित आढ़तियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

उपायुक्त ने बताया कि घीड़ अनाजमंडी में बाहर से धान खरीद को लेकर एक मामला संज्ञान में आया था, जिसकी तुरंत प्रभाव से जांच करवाई गई और जांच में पाया गया कि कम्पयूटर आपरेटर दीपक व अंशुल तथा मंडी सुपरवाइजर धीरज कुमार व आक्शन रिकार्डर धर्मवीर की मिलीभगत से गलत ढंग से गेट पास काटे गए हैं। इतना ही नहीं मंडी में 28 आढ़तियों के नाम रिकार्ड में तो मेंशन है, लेकिन फिजिकल तौर पर वहां कोई आढ़ती नहीं मिला है। इसलिए उक्त सभी कर्मचारियों तथा मंडी आढ़तियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाई गई तथा 28 आढ़तियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। इसी मामले से जुड़े 9 अन्य राइसमिलों की जांच डीएफएससी व डीएम हैफेड द्वारा की गई, जिसमें धान खरीद प्रक्रिया में उल्लंघना पाई गई है। इन राइस मिलों के खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त ने एसडीएम इंद्री को निर्देश दिए कि वे निजी तौर पर घीड़ मंडी की समय-समय पर चैकिंग करते रहे। इसके अलावा ग्राम सचिव व कुंजपुरा मंडी के सचिव को निर्देश दिए कि वे मंडी में 24 घंटे तैनात रहेंगे और इस प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखेंगे।

घीड़ मंडी सुपरवाइजर धीरज कुमार, ऑक्शन रिकार्डर धर्मवीर सिंह, कम्पयूटर आपरेटर दीपक व अंशुल तथा 28 मंडी आढ़तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज, आढ़तियों के लाइसेंस किए रद्द : डीसी निशांत कुमार यादव

करनाल उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने घीड़ अनाज मंडी में बाहरी धान खरीद को लेकर कड़ा संज्ञान लिया और गलत ढंग से धान की खरीदारी में मिलीभगत पाए जाने पर मंडी सुपरवाइजर धीरज कुमार, ऑक्शन रिकार्डर धर्मवीर सिंह, कम्पयूटर आपरेटर दीपक व अंशुल तथा 28 मंडी आढ़तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है। इसके अलावा इन आढ़तियों के लाइसेंस भी रद्द कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं 18 अन्य आढ़तियों का स्टॉक कम पाए जाने पर डीएफएससी व डीएम हैफेड द्वारा संबंधित आढ़तियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

उपायुक्त ने बताया कि घीड़ अनाजमंडी में बाहर से धान खरीद को लेकर एक मामला संज्ञान में आया था, जिसकी तुरंत प्रभाव से जांच करवाई गई और जांच में पाया गया कि कम्पयूटर आपरेटर दीपक व अंशुल तथा मंडी सुपरवाइजर धीरज कुमार व आक्शन रिकार्डर धर्मवीर की मिलीभगत से गलत ढंग से गेट पास काटे गए हैं। इतना ही नहीं मंडी में 28 आढ़तियों के नाम रिकार्ड में तो मेंशन है, लेकिन फिजिकल तौर पर वहां कोई आढ़ती नहीं मिला है। इसलिए उक्त सभी कर्मचारियों तथा मंडी आढ़तियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाई गई तथा 28 आढ़तियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। इसी मामले से जुड़े 9 अन्य राइसमिलों की जांच डीएफएससी व डीएम हैफेड द्वारा की गई, जिसमें धान खरीद प्रक्रिया में उल्लंघना पाई गई है। इन राइस मिलों के खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त ने एसडीएम इंद्री को निर्देश दिए कि वे निजी तौर पर घीड़ मंडी की समय-समय पर चैकिंग करते रहे। इसके अलावा ग्राम सचिव व कुंजपुरा मंडी के सचिव को निर्देश दिए कि वे मंडी में 24 घंटे तैनात रहेंगे और इस प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखेंगे।