जिला योजनाकार ने इंद्री में अवैध रूप से बन निर्माण कार्य पर चलाया पीला पंजा
करनाल के जिला योजनाकार अधिकारी ने अपनी टीम के साथ इंद्री में पहुंचकर आईबीपी पैट्रोल पंप के साथ अवैध रूप से बन रहे शोरूम की चार दीवारी को तहस-नहस कर दिया| इस मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा ताकि किसी प्रकार की कोई घटना ना घटे| वहीं पर जिला योजनाकार अधिकारी विक्रम सिंह का कहना है कि आज जिस शोरूम के बाउंड्री को तोड़ा गया है हमने इस को पहले भी तोड़ने का प्रयास किया था लेकिन इसको बड़ी मजबूती से बनाया गया है| इसीलिए आज हम स्पेशल ही इस पर कार्रवाई करने के लिए यहां पर पहुंचे हैं, और इस प्रकार की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी क्योंकि यह ग्रीन बेल्ट में बना हुआ है वहीं पर पीछे की जगह के लिए भी इन्होंने कोई परमिशन नहीं ली हुई है इसलिए इसको तोडा गया है उन्होंने कहा कि अगले दिनों में इंद्री में अवैध रूप से पनप रही कॉलोनियों में भी कार्रवाई जल्द ही की जाएगी| उन्होंने कहा कि अवैध रूप से पनप रही कॉलोनियों को किसी भी प्रकार से छोड़ा नहीं जाएगा पहले भी इन लोगों को नोटिस जारी किए हैं लेकिन यह कॉलोनाइजर फिर भी अवैध रूप से इस प्रकार का कार्य कर रहे हैं जिनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी|
विक्रम सिंह जिला योजनाकार
गांव कलसौरा में रिहायशी एरिया में मोबाईल टॉवर लगाने पर ग्रामीणों ने नारेबाजी कर किया विरोध
गांव कलसौरा में रिहायशी एरिया में मोबाईल टॉवर लगाने पर ग्रामीणों ने नारेबाजी कर किया विरोध
इंद्री हलके के गांव कलसौरा में मोबाईल कंपनी को रिहायशी एरिया में टॉवर लगाने पर ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों के विरोध के कारण कंपनी को टॉवर लगाने का कार्य अधर में ही रोकना पड़ा। वंही ग्रामीणों ने कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि कंपनी रिहायशी एरिया में टॉवर लगाना चाहती है जो बिल्कुल गलत है। क्योंकि रिहायशी एरिया में टॉवर लगने के कारण बीमारियां फैलने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसलिए हम किसी भी सूरत में टॉवर नहीं लगने देंगे।
ग्रामीण रामकिशन ने बताया कि वर्ष 2020 में भी मोबाईल कंपनी यँहा टॉवर लगाना चाहती है। ग्रामीणों ने मामले की शिकायत डीसी को दी तो टॉवर का कार्य रुक गया था। परंतु दोबारा कंपनी टॉवर लगाने का कार्य शुरू कर दिया है। जल्द ही मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों को देकर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी।
इस मामले में कंपनी के अधिकारी मनोज का कहना है कि कंपनी के पास टावर लगाने की परमिशन है। परंतु ग्रामीणों के विरोध के कारण काम रोका गया है। मामले में कंपनी के उच्चाधिकारियों से बात कर आगामी निर्णय लिया जाएगा