Karnal-दुकानो का किराया न चुकाने वाली 8 दुकानो को किया सील, 36 लाख 97 हजार रूपये था रेंट बकाया,

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वर्षों से नगर निगम की दुकानो का किराया न चुकाने वाली 8 दुकानो को किया सील, 36 लाख 97 हजार रूपये था रेंट बकाया, 4 दुकानदारों ने सीलिंग से बचने के लिए निगम कार्यालय में 2 लाख 58 हजार रूपये किराए को करवाया जमा-डीएमसी अरूण कुमार।

डीएमसी ने दी चेतावनी- रेंट न चुकाने वाले डिफाल्टर दुकानदारों की दुकाने भविष्य में भी करेंगे सील। 

करनाल 20 जनवरी, नगर निगम की दुकानो का किराया न चुकाने वाले डिफाल्टर दुकानदारों के खिलाफ गुरूवार को निगम की टीम ने दुकाने सील करने की एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान कुल 8 दुकाने सील की गई, जबकि 4 दुकानदारों ने सीलिंग कार्रवाई से बचने के लिए निगम के खजाने में किराया जमा करवाकर मौके पर उसकी रसीद दिखा दी। जिन दुकानो को सील किया गया, उनकी तरफ करीब 37 लाख (36 लाख 97 हजार) रूपये कई वर्षों का किराया बकाया हो गया था। दूसरी ओर जिन 4 दुकानदारों ने मौके पर रसीद दिखाई, उन्होंने निगम कार्यालय में 2 लाख 58 हजार रूपये जमा करवाए थे।

इस कार्रवाई के लिए उपायुक्त के आदेश पर निगम के ईओ देवेन्द्र नरवाल को ड्यूटी मजिस्ट्रेट बनाया गया था, जबकि सील करने गई टीम में डीएमसी अरूण कुमार, रेंट असिस्टेंट जितेन्द्र मलिक और भवन निर्माणा शाखा के कर्मचारी शामिल थे। दुकानो को सील करने की कार्रवाई 12 बजे शुरू हुई, जो करीब साढे 3 घण्टे चली।

उप निगमायुक्त अरूण कुमार ने बताया कि आज की कार्रवाई नगर निगम आयुक्त डॉ. मनोज कुमार के निर्देश पर की गई है। उन्होंने बताया कि कार्रवाई में सबसे पहले शहर के कर्ण ताल के पास सदर बाजार मार्किट की दुकान नम्बर 2, 3 व 4 को सील किया गया, इनकी तरफ 26 लाख रूपये बकाया हो गया था। इसके पश्चात कम्बोपुरा में दुकान नम्बर 14 और दुकान नम्बर 19 को सील कर दिया, इनकी तरफ 6 लाख 81 हजार रूपये का किराया बकाया था। कम्बोपुरा में ही दुकान नम्बर 16 और एक अन्य दुकान की तरफ भी 1 लाख 33 हजार रूपये का किराया बकाया था, लेकिन इनके दुकानदारों ने सीलिंग से बचने के लिए नगर निगम में आकर किराए को जमा करवा दिया था, आज मौके पर ही इन्होंने उसकी रसीद दिखा दी, परिणाम स्वरूप इन दुकानो को सील नहीं किया गया।

उन्होंने आगे बताया कि टीम ने इसके बाद प्रेम नगर में दुकान नम्बर 8 और राम नगर में 25 व 27 को सील करने की कार्रवाई की। इनकी तरफ 3 लाख 31 हजार रूपये का रेंट बकाया हो गया था। कम्बोपुरा के अलावा कुंजपुरा रोड स्थित डॉ. ज्ञान भूषण मार्किट के दो दुकानदारों की दुकान नम्बर 8 व 18 भी सील करने की सूची में थी, लेकिन इन्होंने भी ऐन वक्त पर निगम के खजाने में करीब सवा लाख रूपये का पेंडिंग किराया जमा करवाकर सीलिंग की फजीहत से अपनी दुकानो को बचा लिया।

उप निगमायुक्त ने बताया कि सीलिंग की कार्रवाई पूरी तरह से शांतिपूर्ण रही तथा भारी पुलिस बल के चलते किसी भी दुकानदार ने कहीं भी विरोध नहीं जताया। उन्होंने बताया कि जिन दुकानो को सील किया गया, उनके दुकानदारों को यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि किसी ने सील से छेड़-छाड़ की, तो उसके खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करवा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि डिफाल्टर दुकानदारों की दुकानो को सीलिंग करने की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी। जो दुकानदार बकाया रेंट को नगर निगम के खजाने में जमा करवा देता है, वह दुकान सील नहीं होगी। लेकिन नोटिस प्राप्त करने के बाद भी जो बकाया रेंट जमा नहीं करवाएगा, उसकी दुकान को अवश्य सील कर दिया जाएगा।