बसताड़ा लाठीचार्ज मामले में जस्टिस अग्रवाल ने शुरू की कार्रवाई
करनाल कोर्ट में किसानों ने दर्ज कराए ब्यान
करनाल():सोमवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में करनाल जिले में बसताड़ा टोल पर लाठीचार्ज मामले की जांच कर रहे जस्टिस एसएन अग्रवाल आयोग की कोर्ट ेलगी। पहले दौर में 34 गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे। पहले दिन 7 में से 6 गवाहों ने अपने बयान दिए। इस दौरान किसानों ने बिना पूछे ही एसडीएम रहे आयुष सिन्हा व लाठीचार्ज करने वाले एसएचओ की भूमिका का जिक्र भी किया। इस मामले को लेकर 25 अक्टूबर से 2 नंवबर के बीच ब्यान दर्ज किए जाएंगे। इसके अलावा कोई अन्य भी बयान दर्ज करवा सकता है।
रिटायर्ड जज सोमनाथ अग्रवाल ने बयान दर्ज होने के बाद कहा कि मूनक गांव के 7 गवाहों को बुलाया था और 6 गवाहों ने बयान दर्ज करवाए हैं। गवाहों को रोज सीमित संख्या में बुलाया जाएगा। इसके बाद अधिकारियों को भी बुलाया जाएगा। इस दौरान मामले से जुड़े जो नए नाम निकलकर आएंगे, उन्हें भी बुलाया जाएगा। डॉक्टर, तत्कालीन एसडीएम व प्रशासनिक अधिकारियों को बुलाया जाएगा। किसान नेता गुरनाम चढूनी व अन्य नेता को भी नोटिस दिया गा है। इस मामले की जांच 4 महीने में पूरी कर जी जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस जांच का दूसरा दौर दिवाली के बाद शुरू किया जाएगा। इसमें एसडीम आयुष सिन्हा, डीसी, एसपी व अन्य अधिकारियों को नोटिस देकर जांच में शामिल किया जाएगा। सरकार ने 25 सितंबर को आयोग गठित करके जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए एक माह का वक्त दिया था। परंतु सरकार ने आयोग की सेवा-शर्त 11 अक्टूबर को तय की। इसलिए जांच 12 अक्टूबर से शुरू हो पाई, जबकि सरकार 24 अक्टूबर तक एक माह मान रही है। सरकार ने एचसीएस विवेक कालिया को आयोग सचिव लगाया है। आयोग का मुख्यालय पंचकूला तो कोर्ट करनाल में बनाई गई है।
हरविंदर सिंह ने बताया कि 28 अगस्त को पुलिस का रवैया कैसा रहा। कितनी संख्या में पुलिस वाले थे और कितने किसान मौजूद रहे। पुलिस ने कितनू ज्यादती की। किसानों ने लाठी क्यों उठाई गई। इसके अलावा बिना पूछे ही आयुष सिन्हा के बारे में बताया। उनके बयान के बारे में अवगत करवाया। साथ ही लाठीचार्ज करने वाले पेहोवा के एसएचओ की बात भी विस्तार से बताई। किसान बलविंद्र सिंह ने बताया कि हरजिंद्र खारा ने मेरी आखों के सामने लाठीचार्ज किया। किसान एक किलोमीटर तक भागे।
#शहर की सरकारी जमीनों को खुर्दबुर्द करने में लगा भाजपा कांग्रेस नेताओं का माफिया*#डेंगू_में_कम_हुई_प्लेटलेट्स_को_बढ़ाने_में_शहद_पपीते_के_पत्तों_का_रस_और_गिलोय_का_रस_चमत्कार_की_तरह
#काम_करता_है*
*पपीते के पत्ते का रस शहद में मिलाकर रोगी को दें तो 2 घंटे के भीतर ही कम हुए प्लेटलेट्स फौरन तेजी से बढ़ना शुरू हो जाते हैं*
*गिलोय की डेढ़ फुट गड्डी के छोटे-छोटे पीस करके पानी में पीस कर उसे छानने के बाद चार चार चम्मच तीन बार लें तो वह भी प्लेटलेट्स को बढ़ाने में चमत्कार की तरह कार्य करते हैं*
*#काढा़*
*पपीते के 5 बड़े पत्ते टहनी समेत, हरसिंगार के 60 पत्ते टहनी समेत, गिलोय के 8 बड़े पत्ते यह नहीं समेत, श्यामा तुलसी के 30 पत्ते और 8 काली मिर्च पीसी हुई लेकर*
*इन सभी को बारीक कर ले और चार गिलास पानी में आग पर इसे खूब पकाएं जब यह डेढ़ गिलास रह जाए तब इसे उतार निचोड़ कर छान लें। ठंडा होने पर इसके 4-4 चम्मच दिन में चार बार रोगी को दें तो इससे कम हो रही प्लेटलेट्स तीव्रता से बढ़ती है और बुखार में भी फायदा होता है।*
#नगरनिगम_व_तहसील_के_अफसर_कर्मीयों_की_कथित_मिलीभगत से कागजात तैयार करवाने में माहिर
#शामलात और कस्टोडियन की जमीन पर काटी जा रही हैं आवासीय कालोनियां और शापिंग परिसर
#जिन पर किया मुख्यमंत्री ने भरोसा वही हुए इस धंधे में सराबोर
#करनाल_25अक्तूबर : कर्ण नगरी में इन दिनों सरकारी शाम लात जमीनों पर कब्जे कर उन पर शापिंग काम्प्लेक्स और आवासीय परिसर बनाने का काम तेज़ी से चल रहा हैं। इस काम में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कांग्रेस के बड़े नेताओं ने हाथ मिला लिए हैं। मुख्यमंत्री ने जिन लोगों को सरकार की छवि बनाने की जिम्मेदारी सौंपी, वही अब दोनों हाथों से सरकारी जमीनों पर कब्जा करने के लिए तैयारी कर रहे हैं। हांसी रोड , हांसी चौक के आसपास,घोगड़ी फाटक के आसपास, ब्रह्मानंद चौक के आसपास तथा एचएसआई डीसी की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। भाजपा के कई बड़े नेताओं ने कथित रूप से तहसील, राजस्व विभाग व नगरनिगम के अफसरों के साथ मिल कर कागजात तक तैयार करवा लिए हैं।
#इस काम में कथित रूप से भाजपा के कई बड़े नेता और पार्षद भी मिले हुए हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि भले ही सामने भाजपा और कांग्रेस के नेता एक दूसरे को गाली देते हों, लेकिन यहां पर सभी एकजुट हैं। दोनों मिल कर सरकारी जमीन को खुर्द बुर्द कर रहे हैं। इन भाजपा के नेताओं की सूची भी तैयार की जा रही हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने तो हांसी चौक के पास जमीन के कागजात तक तैयार करवा लिए हैं। इस जमीन को सत्तर हजार रुपए प्रति गज के हिसाब से बेचा जा रहा हैं। इस सबकी तरफ से डीटीपीओ के साथ डीसी भी आंखें मूंद कर बैठे हुए हैं। कई शामलात जमीन को लेकर नगरनिगम के राजस्व विभाग के अफसरों ने जानकारी दी, लेकिन नगरनिगम वह तहसील के अफसर कार्रवाई नहीं करते हैं। वह कब्जा करने वालों को अपने बचाव के रास्ते व कोर्ट में जाने का अवसर भी दे देते हैं।
#करनाल में आईटीआई चौक के पास एक अस्पताल को फायदा पहुंचाने के लिए सड़क को ही टेड़ा कर दिया। यहां पर सरकारी जमीन पर शोरूम और वैंक्विट हाल तक बना लिए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की ईमानदारी को पलीता लगाने में लगे भाजपा के वरिष्ठ नेता सरकारी जमीनों को कब्जा कर उनसे करोड़ों रुपया बनाने में लगे हुए हैं। इस नैक्सेस में वह लोग भी शामिल हैं जिनकी ईमानदारी की दुहाई देते मुख्यमंत्री भी नहीं थकते हैंं, लेकिन कांग्रेस को भाजपा नेताओं का नैक्सेस शहर की सरकारी जमीनों को खुर्दबुर्द कर रहा हैं। सात साल पहले इसका रंग कुछ था। अब केवल बोतल बदली हैं शराब वही हैं।