रोडवेज जीएम गुलाब सिंह दूहन ने बसों में सीटें लगाने के बाद इनका निरीक्षण किया और उन्हें रूटों पर उतारने के लिए मंजूरी दी

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान जींद डिपो प्रबंधन ने विभागीय दिशा-निर्देशानुसार रोडवेज की पांच गुलाबी बसों की सीटें निकालकर उन्हें एंबुलेंस बना दिया था। इस दौरान ये बसें नागरिक अस्पताल की सेवा में मरीजों को लाने व ले जाने का कार्य करती थीं। अब कोरोना संक्रमण के मामले न के बराबर आ रहे हैं। ऐसे में रोडवेज ने इस बसों को वापस अपने पास ले लिया है। अब इन बसों को दोबारा से शुरू किया जा रहा है।छात्राओं के लिए इन विशेष बसों के चलने के बाद सैकड़ों छात्राओं को लाभ पहुंचेगा। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के मामले बहुत बढ़ गए थे। ऐसे में रोडवेज की गुलाबी बसों की सीटें उतारकर उन्हें मोबाइल एंबुलेंस के तौर पर तैयार किया गया था। तब इनका प्रयोग भी किया गया। अब जिले में कोरोना संक्रमण के मामले न के बराबर हैं और कोरोना का केवल एक ही सक्रिय केस बचा है तो इन बसों को वापस से रोडवेज में भेज दिया गया है। इन बसों में दोबारा से सीटें फिट कर रूटों पर उतारने के लिए तैयार कर दिया गया है।रोडवेज जीएम गुलाब सिंह दूहन ने बसों में सीटें लगाने के बाद इनका निरीक्षण किया और उन्हें रूटों पर उतारने के लिए मंजूरी दी। अब प्रबंधन द्वारा रूट मैप बनाया जाएगा और जिस रूट पर छात्राओं की संख्या ज्यादा होगी, उसी रूट पर बसों को शुरू कर दिया जाएगा।

 

गुलाबी बस के लिए रूट मैप किया जा रहा है तैयार : जीएम

जींद डिपो के महाप्रबंधक गुलाब सिंह दूहन ने बताया कि गुलाबी बस को फिर से रूटों पर उतारा जा रहा है। इससे छात्राओं को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। जिस रूट पर छात्राओं की संख्या अधिक होगी, उसी पर इन बसों को चलाया जाएगा।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान जींद डिपो प्रबंधन ने विभागीय दिशा-निर्देशानुसार रोडवेज की पांच गुलाबी बसों की सीटें निकालकर उन्हें एंबुलेंस बना दिया था। इस दौरान ये बसें नागरिक अस्पताल की सेवा में मरीजों को लाने व ले जाने का कार्य करती थीं। अब कोरोना संक्रमण के मामले न के बराबर आ रहे हैं। ऐसे में रोडवेज ने इस बसों को वापस अपने पास ले लिया है। अब इन बसों को दोबारा से शुरू किया जा रहा है।छात्राओं के लिए इन विशेष बसों के चलने के बाद सैकड़ों छात्राओं को लाभ पहुंचेगा। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के मामले बहुत बढ़ गए थे। ऐसे में रोडवेज की गुलाबी बसों की सीटें उतारकर उन्हें मोबाइल एंबुलेंस के तौर पर तैयार किया गया था। तब इनका प्रयोग भी किया गया। अब जिले में कोरोना संक्रमण के मामले न के बराबर हैं और कोरोना का केवल एक ही सक्रिय केस बचा है तो इन बसों को वापस से रोडवेज में भेज दिया गया है। इन बसों में दोबारा से सीटें फिट कर रूटों पर उतारने के लिए तैयार कर दिया गया है।रोडवेज जीएम गुलाब सिंह दूहन ने बसों में सीटें लगाने के बाद इनका निरीक्षण किया और उन्हें रूटों पर उतारने के लिए मंजूरी दी। अब प्रबंधन द्वारा रूट मैप बनाया जाएगा और जिस रूट पर छात्राओं की संख्या ज्यादा होगी, उसी रूट पर बसों को शुरू कर दिया जाएगा।

गुलाबी बस के लिए रूट मैप किया जा रहा है तैयार : जीएम
जींद डिपो के महाप्रबंधक गुलाब सिंह दूहन ने बताया कि गुलाबी बस को फिर से रूटों पर उतारा जा रहा है। इससे छात्राओं को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। जिस रूट पर छात्राओं की संख्या अधिक होगी, उसी पर इन बसों को चलाया जाएगा।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान जींद डिपो प्रबंधन ने विभागीय दिशा-निर्देशानुसार रोडवेज की पांच गुलाबी बसों की सीटें निकालकर उन्हें एंबुलेंस बना दिया था। इस दौरान ये बसें नागरिक अस्पताल की सेवा में मरीजों को लाने व ले जाने का कार्य करती थीं। अब कोरोना संक्रमण के मामले न के बराबर आ रहे हैं। ऐसे में रोडवेज ने इस बसों को वापस अपने पास ले लिया है। अब इन बसों को दोबारा से शुरू किया जा रहा है।छात्राओं के लिए इन विशेष बसों के चलने के बाद सैकड़ों छात्राओं को लाभ पहुंचेगा। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के मामले बहुत बढ़ गए थे। ऐसे में रोडवेज की गुलाबी बसों की सीटें उतारकर उन्हें मोबाइल एंबुलेंस के तौर पर तैयार किया गया था। तब इनका प्रयोग भी किया गया। अब जिले में कोरोना संक्रमण के मामले न के बराबर हैं और कोरोना का केवल एक ही सक्रिय केस बचा है तो इन बसों को वापस से रोडवेज में भेज दिया गया है। इन बसों में दोबारा से सीटें फिट कर रूटों पर उतारने के लिए तैयार कर दिया गया है।रोडवेज जीएम गुलाब सिंह दूहन ने बसों में सीटें लगाने के बाद इनका निरीक्षण किया और उन्हें रूटों पर उतारने के लिए मंजूरी दी। अब प्रबंधन द्वारा रूट मैप बनाया जाएगा और जिस रूट पर छात्राओं की संख्या ज्यादा होगी, उसी रूट पर बसों को शुरू कर दिया जाएगा।

गुलाबी बस के लिए रूट मैप किया जा रहा है तैयार : जीएम
जींद डिपो के महाप्रबंधक गुलाब सिंह दूहन ने बताया कि गुलाबी बस को फिर से रूटों पर उतारा जा रहा है। इससे छात्राओं को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। जिस रूट पर छात्राओं की संख्या अधिक होगी, उसी पर इन बसों को चलाया जाएगा।