विकास के नाम पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार

जहां जहां अमरूत योजना दबी वहां वहां खुदाई के दौरान करीबन एक साल पहले अंडरग्राउंड वायरिंग कटने से खराब हुई थी स्ट्रीट लाइटें

लेकिन प्रशासन द्वारा आज तक इन लाइटों को नही करवाया गया ठीक

अन्य क्षेत्रों में भी स्ट्रीट लाइटें बनी सफेद हाथी सिर्फ वीआईपी जोन में ही जगमग हैं स्ट्रीट लाइटें

जीन्द विकास संगठन की मांग दिवाली से पहले पहले ठीक करवाई जाएं स्ट्रीट लाइटें

ताकि त्यौहार के मौके पर जगमग नजर आए शहर

 

जीन्द : शहर के अधिकतर रोड़ो पर लगी स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं। करीबन 7 करोड़ रूपये की लागत से एक साल पहले ही ये लाइटें लगाई गई थी। लगने के बाद ही अधिकतर लाइटें खराब हो गई लेकिन नगर परिषद् ने आज तक इनकी कोई सुध नही ली। जीन्द विकास संगठन का आरोप है कि जब लाइटें ठीक नही करनी थी तो इन्हें लगाने का क्या फायदा हुआ। जीन्द विकास संगठन ने प्रशासन से मांग की है कि दिवाली के त्यौहार से पहले पहले ये स्ट्रीट लाइटें ठीक करवाई जाएं ताकि त्यौहार के मौके पर शहर जगमग नजर आए।

जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल का कहना है कि शहर के अलग अलग रोड़ो का एस्टीमेट बनाकर करीबन 690 लाख रूपये की लागत से शहर के 22 अलग अलग जोनों में ये स्ट्रीट लाइटें लगाई गई थी। लगने के बाद ही ये स्ट्रीट लाइटें खराब हो गई। अगर बात करें मिनी बाईपास और रोहतक रोड़ व उन क्षेत्रों की जहां जहां अमरूत योजना दबी है वहां वहां तो एक साल पहले ही अमरूत योजना की खुदाई के दौरान अंडर ग्राऊंड वायरिंग कटने से स्ट्रीट लाइटें खराब हो गई थी। तब से ये लाइटें खराब पड़ी हैं। उसके बाद आज तक आज तक प्रशासन द्वारा इन स्ट्रीट लाइटों की सम्भाल नही की गई।

इसके अलावा गोहाना रोड, बाल भवन रोड व अन्य क्षेत्रों में लगी स्ट्रीट लाइटें भी सफेद हाथी बनी हुई हैं। रात के अंधेरे में इन रोड़ो पर चलना खतरे से खाली नही होता। गोयल का कहना है कि स्ट्रीट लाइटों पर लाखों रूपये लगाने का क्या फायदा हुआ जब कुछ महीने भी नही जल पाई। गोयल ने जीन्द प्रशासन से मांग की है दिवाली से पहले पहले ये स्ट्रीट लाइटें ठीक करवाई जाएं ताकि त्यौहार के मौके पर शहर जगमग नजर आए।

 

बाक्स : लाखों रूपये खर्च नही होने सिर्फ वायरिंग को जोड़ना है

जीन्द: जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल का यह आरोप भी है कि मिनी बाईपास, रोहतक रोड़ इत्यादि क्षेत्रों में तो अमरूत योजना की खुदाई की वजह से अंडर ग्राऊड वायरिंग कटी हुई है। स्ट्रीट लाइट लगने के एक दो महीने के बाद ही ये स्ट्रीट लाइटें खराब हो गई थी। इन वायरिगों को कटे अब लगभग एक साल हो चुका है लेकिन शर्म की बात कि प्रशासन ने आज तक इन वायरिंगों को भी ठीक नही करवाया है। यहां टयूब लाइटें जगमग करवाने के लिए कोई लाखों रूपये खर्च नही होने सिर्फ वायरिंग को जोड़ना है लेकिन संबंधित विभाग यह काम भी नही कर पा रहा।

 

बाक्स : अधिकतर क्षेत्र अन्धेरे में केवल वीआईपी जोन ही जगमग

जीन्द: जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल का यह भी आरोप है कि शहर के अधिकतर क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी है। यहां तक की गोहाना रोड की लाइटें भी खराब है लेकिन गोहाना रोड पर डीसी की कोठी के आसपास वीआईपी जोन में ये स्ट्रीट लाइटें जगमग हैं। गोयल का कहना है कि जब वीआईपी जोन में लाइटों की इतनी सम्भाल हो सकती है तो और क्षेत्रों में क्यों नही।