सरकार की गलत नीतियों के विरोध में 27 को निजीकरण विरोधी दिवस

सरकार की गलत नीतियों के विरोध में 27 को निजीकरण विरोधी दिवस
By NIRMAL SANDHU

हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने भरी हुंकार
इन्द्री:हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवं स्कूल टीचर फेडरेशन ऑफ इंडिया भी सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर 27 सितंबर को निजीकरण विरोधी दिवस मनाने का फैसला मीटिंग में किया गया ।
मीटिंग में खंड प्रधान बलराज चहल व खंड सचिव धर्मवीर लठवाल ने बताया कि शिक्षा विभाग में निदेशक स्तर के कार्यालय पूरी तरह से पंगु हो चुके हैं। इस दिन हरियाणा सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति के नाम पर शिक्षा विभाग का निजीकरण करने की कोशिश का विरोध करते हुए बार-बार शेड्यूल जारी होने के बावजूद 2 वर्षों से अध्यापकों के किसी भी वर्ग के ट्रांसफर नहीं हो पा रहे हैं। लगभग 800 नवपदोन्नत प्राचार्य व मुख्य अध्यापकों को जल्द से जल्द रिक्तियों के विरुद्ध स्कूलों में भेजा जाए। 2017 में नियुक्त प्राथमिक शिक्षकों को बार-बार आश्वासन के बावजूद स्थाई जिले आवंटित नहीं किए जा रहे। वर्षों से लंबित विभिन्न वर्गों के पदोन्नति मामले विभाग द्वारा लटकाए जा रहे हैं। स्कूल खुलने के बावजूद किसी भी कक्षा की किताबें अभी तक स्कूलों में नहीं भेजी गई हैं। स्कूल फंड व बच्चों की छात्रवृत्ति की राशि भी 2 वर्षों से बच्चों को नहीं दी जा रही। इन सब मांगों को लेकर हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ 27 सितंबर को छुट्टी के बाद खंड स्तर पर विरोध प्रदर्शन करते हुए खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से ज्ञापन वित्तायुक्त एवं शिक्षा सचिव हरियाणा सरकार व शिक्षा मंत्री के नाम भेजेगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 8 सितंबर को दोनों शिक्षा निदेशक के साथ बैठक में जिन मांगों पर सहमति बनी थी उनके पत्र भी आज तक जारी नहीं किए गए हैं। यदि भविष्य में जल्द ही इन पर कार्यवाही नहीं होती तो 25-26 सितंबर को राज्य स्तरीय बैठक में आगे के आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी और इस रणनीति के लिये खंड स्तर पर भी विरोध प्रदर्शन होंगे। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ इंद्री खंड संगठन सचिव जयकुमार शास्त्री व कोषाध्यक्ष दयालचंद ने कहा कि आने वाली 27 सितम्बर को सर्वकर्समचारी संघ के आह्वान पर सभी अध्यापक बढ़ चढ़ कर भाग लेंगे और सरकार की गलत और जन विरोधी नीतियों का विरोध करेंगे। मीटिंग में जिला उपप्रधान शाम लाल शास्त्री पूर्व प्रधान मानसिंह चंदेल, महिन्द्र खेडा़,विवेक,देवेन्द्र देवा,सुरेश, सतबीर बूरा शामिल रहे।