26 को पानीपत किसान पंचायत और 27 को भारतबंद्व की बनाई रणनीति

हठधर्मी पर उतरी सरकार किसानों को आंदोलन के लिए कर रही मजबूर
26 को पानीपत किसान पंचायत और 27 को भारतबंद्व की बनाई रणनीति
करनाल( गांव नरूखेड़ी की घनिया वाली चौपाल में भारतीय किसान यूनियन के तत्वाधान में किसान आंदोलन के मुद्दों को लेकर किसान पंचायत आयोजित की गई। पंचायत की अध्यक्षता गांव की इकाई के प्रधान रामफल नरवाल ने की। इस पंचायत में भाकियू के जिला सरंक्षक महताब कादियान ने शिरकत कर सरकार की किसान विरोधी नीतियों की पोल खोली। इस पंचायत में सरकार विरोधी प्रदर्शन कर जोरदार नारेबाजी की। इस मौके पर 27 सितम्बर को सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान किए जाने वाले भारत बंद्व को सफल बनाने के लिए ग्रामीणों ने समर्थन दिया। पंचायत में 26 सितम्बर को पानीपत की अनाज मंडी में आयोजित की जा रही किसान महापंचायत में शामिल होने की रणनीति बनाई। किसान नेता महताब कादियान ने कहा कि 26 सितम्बर को भारतीय किसान यूनियन के तत्वाधान में पानीपत की नई अनाज मंडी में विशाल किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। महापंचायत को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व राष्ट्रीय महासचिव युद्वबीर सिंह सहरावत, प्रदेशाध्यक्ष रतनमान सहित सयुंक्त किसान मोर्चा के कई वरिष्ठ किसान नेता संबोधित करने पहुंच रहे है। किसान नेताओं ने पानीपत किसान महापंचायत में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचने का ग्रामीणों को न्योता दिया। किसान नेता ने कहा कि कृषि से संबंधित तीनों विवादित कानूनों को लेकर देशभर के किसान लगातार गत 10 माह से दिल्ली के दरवाजों पर आंदोलनरत है। लेकिन मोदी सरकार हठधर्मिता का सहारा लेकर किसानों की मांगे नहीं मान रही है। जिसकों लेकर देश का अन्नदाता आंदोलन करने के लिए मजबूर है। जिला सरंक्षक कादियान ने कहा कि बंगाल चुनाव की तर्ज पर अब यू.पी व उतराखंड मिशन जोरशोर से चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिल वापिसी नही तो घर वापिसी का सवाल ही पैदा नहीं होता। इसके साथ सरकार को एम.एस.पी पर खरीद गांरटी का कानून भी बनाना होगा। सरकार चाहे किसानों को कितना भी प्रताडि़त कर ले नुकशान तो मोदी सरकार को ही उठाना पड़ेगा। अगर सरकार इन कानूनों को लागू करने में सफल हो गई तो देश की रोटी साहुकारों की तिजोरी में बंद हो जाएगी। इस अवसर पर ग्राम प्रधान रामफल नरवाल, वरिष्ठ किसान नेता भीम सिंह नरवाल, दिलावर सिंह, धर्मबीर सिंह, सोनू नरवाल, राजेंद्र सिंह, दिलबाग सिंह, कर्ण नरवाल, कर्म सिंह, सुलतान सिंह, लख्मीचंद, प्रकाश नरवाल सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।लेकिन मोदी सरकार हठधर्मिता का सहारा लेकर किसानों की मांगे नहीं मान रही है। जिसकों लेकर देश का अन्नदाता आंदोलन करने के लिए मजबूर है। जिला सरंक्षक कादियान ने कहा कि बंगाल चुनाव की तर्ज पर अब यू.पी व उतराखंड मिशन जोरशोर से चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिल वापिसी नही तो घर वापिसी का सवाल ही पैदा नहीं होता। इसके साथ सरकार को एम.एस.पी पर खरीद गांरटी का कानून भी बनाना होगा। सरकार चाहे किसानों को कितना भी प्रताडि़त कर ले नुकशान तो मोदी सरकार को ही उठाना पड़ेगा। अगर सरकार इन कानूनों को लागू करने में सफल हो गई तो देश की रोटी साहुकारों की तिजोरी में बंद हो जाएगी। इस अवसर पर ग्राम प्रधान रामफल नरवाल, वरिष्ठ किसान नेता भीम सिंह नरवाल, दिलावर सिंह, धर्मबीर सिंह, सोनू नरवाल, राजेंद्र सिंह, दिलबाग सिंह, कर्ण नरवाल, कर्म सिंह, सुलतान सिंह, लख्मीचंद, प्रकाश नरवाल सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।