Karnal-उपभोक्ताओं को वायरस के खतरे से बचाने के लिए प्रशिक्षण जोरों पर

उपभोक्ताओं को वायरस के खतरे से बचाने के लिए प्रशिक्षण जोरों पर

इंद्री में आज दिया दुकानदारों को हाइजेनिक प्रशिक्षण

#करनाल_14फरवरी(#इन्द्रजीतवर्मा) : करनाल जिले में इन दिनों खाद्य सामग्री बनाने तथा बेचने वालों को प्रदेश सरकार के फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट के फास्टेक ट्रेनिंग पार्टनर ए क्यू एम सी एस (्रआई क्यू एम सीएस प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा अपने द्वारा तैयार या बिक्रय करने वाली सामग्री केो कोविड तथा एमीक्रोन से बचाने के प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। किस तरह से हाइजीन के लिए ध्यान दिया जाए इसके लिए टिप्स प्रशिक्षित स्टाप्फ द्वारा दी जा रही हैँं। इस प्रशिक्षण का उददेश्य उपभोक्ताओं की सेहत को सुरक्षित रखना हैं। फूड पोइजिनिंग से लोगों को बचाना हैं। इसी तारतम्य में इंद्री में रामलीला मैदान मे फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट के फास्टेक ट्रेनिंग पार्टनर ए क्यू एम सी एस (्रआई क्यू एम सीएस प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा एक ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। फोस्टेक ट्रेनिंग पार्टनर ए.क्यू.एम.सी की तरफ से राज गौरव ने ट्रेनिंग की अध्यक्षता की। जिसमें 55-60 खाद्य कारोबारियों ने हिस्सा लिया। ट्रेनिंग के दौरान ए.क्यू.एम.सी से अप्रूव ट्रेनर आंचल भाटिया ने कोविड/ऑमिक्रान जैसी महामारी के दौरान कैसे दुकानदार को कार्य करना हैबताया । इस दौरान दुकानदार को हाइजीनिक किट भी उपलब्ध कराई गयी । भविष्य में उक्त वर्णित दुकानदारों के पास फॉस्टैक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट न होने की दशा में विभाग द्वारा चलान भी किया जा सकता है । वर्ष 2019 में फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट द्वारा ट्रेंनिंग देकर फॉस्टैक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट बनाए गए थे जिनकी अवधि 2 वर्ष की थी जिनके पास सर्टिफिकेट थे उनको रिन्यू कराया गया और जिन दुकानदारों के पास नहीं थे उन्होंने भी ट्रेनिंग लेकर फॉस्टैक सर्टिफिकेट बनवाएं। इस अवसर पर टीम के सदस्य बलविंदर, हर्षित, गुरदयाल और मौजिज व्यक्ति