KARNAL-घर खरीदना पहले के मुकाबले थोड़ा आसान

Benefits of joint home loan: घर खरीदना सभी का एक ऐसा सपना है. एक आम आदमी अपना घर खरीदने के लिए पूरे जीवन की कमाई लगा देता है. पाई-पाई जोड़कर घर का सपना बड़ी मुश्किल से पूरा हो पाता है. हालांकि अब तक चुटकियों में होम लोन मिल जाता है, जिससे घर खरीदना पहले के मुकाबले थोड़ा आसान हुआ है.

पति-पत्नी या परिवार के करीबी संबंधी के साथ होम लोन लेना ज्यादा आसान होता है. इसमें ज्यादा टैक्स बचत संग कई फायदे हैं, लेकिन किस्तों के भुगतान में कोई भी चूक दोनों के लिए परेशानी का सबब भी बन सकती है. पति-पत्नी मिलकर होम लोन ले रहे हैं तो कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं.

होम लोन लेते समय कई बातों पर बहुत ही ध्यान देने की जरूरत होती है. जैसे कि होम लोन किस बैंक से ले रहे हैं, क्या ब्याज दर है और लोन कितने समय तक चुकाना है. इसलिए तमाम बातों का अध्ययन करने के बाद लोन लेना चाहिए. अगर आप संयुक्त रूप से लोन ले रहे हैं तो इसके भी कई फायदे हैं.

 

लोन का बोझ कम
पति-पत्नी मिलकर घर के लिए लोन ले रहे हैं तो इसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि किसी एक के ऊपर लोन चुकाने का बोझ कम हो जाता है. आप मिलकर बड़ा घर खरीद सकते हैं. सरकार महिलाओं को रजिस्ट्रेशन शुल्क पर छूट देती है जिसका फायदा हो सकता है. अगर आप दोनों करदाता हैं तो दोनों अलग-अलग टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं जिससे आप ज्यादा छूट के हकदार हो सकते हैं.

जब आप संयुक्त होम लोन लेते हैं तो पति-पत्नी, दोनों की क्रेडिट लिमिट खत्म हो जाती है. ऐसा होने पर इमरजेंसी की स्थिति में या अपने बच्चे के लिए एजुकेशन लोन के लिए बैंक कर्ज देने से मना कर सकता है.

 

होम लोन का बीमा जरूर कराएं
घर के लिए पति-पत्नी, दोनों ने लोन लिया हुआ है. अगर इनमें से किसी एक की मृत्यु हो जाती है तो पूरा लोन चुकाने की जिम्मेदारी जीवित व्यक्ति पर आ जाती है. इस तरह की घटना से बचने के लिए होम लोन का बीमा जरूर करा लेना चाहिए. बीमा होने की स्थिति में कर्ज चुकाने की जिम्मेदारी बीमा कंपनी की होती है.

टेन्योर चुनने में समझदारी
जब आप होम लोन के लिए आवेदन करते हैं तो टेन्योर का फैसला बहुत सोच-समझकर लेना चाहिए. क्योंकि टेन्योर के आधार पर ईएमआई तय होती है. बैंक आम तौर पर 5 से 30 साल तक की अवधि के लिए लोन उपलब्ध कराते हैं. अपनी क्षमता के हिसाब से सही टेन्योर चुनना चाहिए. कम समय चुनने पर लोन की किस्त जल्दी पूरी हो जाएंगी लेकिन लंबा समय चुनने पर वित्तीय तनाव कम होगा.