Karnal-जब रात को निकले तो बस स्टैंड पर पता लग सकता है आपको इन चीजों का

यमुनानगर : रात के समय सवारियों को परेशानी झेलनी पड़ती है। बस स्टैंड पर बसें नहीं मिलती। जिससे यात्री भटकते रहते हैं। दूर से आने वाले यात्रियों को बस स्टैंड पर ही रात गुजारनी पड़ती है या फिर उन्हें निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ता है।

रात का रिपोर्टर के तहत बस स्टैंड पर व्यवस्था देखी, तो यही हालात नजर आए। यात्री पूछताछ केंद्र पर बसों के बारे में जानकारी ले रहे थे। यमुनानगर बस स्टैंड पर कुछ यात्री बैठे हैं। पूछने पर यात्री प्रवीण कुमार ने बताया कि उन्हें सहारनपुर जाना है, लेकिन अब यहां से कोई बस नहीं है। अब सुबह ही जाना पड़ेगा। इसके अलावा कुछ यात्री चंडीगढ़ जाने वाले थे, लेकिन उन्हें भी बस नहीं मिली। वह बस स्टैंड पर बैठे हैं। अधिकतर बसें भी बस स्टैंड पर खड़ी है। इसी दौरान एक बस आती है, उसमें से दस-12 यात्री उतरते हैं। जगाधरी बस स्टैंड पर भी चक्कर काट रहे यात्री :

 

जगाधरी बस स्टैंड पर भी यही हालात है। रात को यहां से जाने के लिए बसें नहीं मिलती। बिलासपुर निवासी सुरेश ने बताया कि यहां से बस नहीं मिली। इसलिए घर से गाड़ी लेकर बेटे को बुलाया है। इसी तरह से कई अन्य यात्री भी बसों के बारे में पूछताछ केंद्र पर पूछ रहे थे। सभी को एक ही जवाब मिल रहा था। अब तो सुबह ही बस मिलेगी। रात को अधिकतर बसें खड़ी रहती है। निजी वाहनों का सहारा :

रात को बहुत जरूरी काम से जाने वालों को अपने वाहनों से ही जाना पड़ता है। यदि किसी के पास अपना वाहन नहीं है, तो उसे निजी वाहन किराये पर करना पड़ता है। बस स्टैंड के आसपास निजी कार वाले खड़े रहते हैं। आसपास के गांव या कस्बे में जाने वाले यात्रियों को गाड़ियां किराये पर करनी पड़ती है। रात का समय होने की वजह से उन्हें अधिक पैसा देना पड़ता है।