तेलंगाना पुलिस (Telangana Police) ने मोबाइल ऐप के जरिए तुरंत लोन (Instant Loan) घोटाला मामले में दिल्ली एयरपोर्ट से एक और चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है. बुधवार को पुलिस ने चीनी नागरिक झू वेई उर्फ लाम्बो (27) को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया. आरोपी चीनी नागरिक झू वेई शंघाई जाने के लिए बुधवार को फ्रैंकफर्ट जाने वाली फ्लाइट में सवार हुआ इससे पहले पुलिस ने उसे दबोच लिया. पुलिस के मुताबिक वह भारत में इस घोटाले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. बता दें कि इस मामले में पुलिस ने उसके भारतीय सहयोगी के नागराजू को भी दिल्ली से गिरफ्तार किया था.
पुलिस ने लैपटॉप खोला तो खुले राज
हैदराबाद पुलिस झू वेई उर्फ लाम्बो की पिछले कुछ दिनों से तलाश कर रही थी. साथियों की गिरफ्तारी के बाद से ही वह लापता था. पुलिस टीम ने एयरपोर्ट पर गिफ्तार करने के बाद जब उससे पूछताछ की तो उसने लोन ऐप कंपनियों के साथ किसी भी संबंध से साफ इनकार कर दिया. जांच अधिकारियों ने जब उसका लैपटॉप खोला तो इस मामले से जुड़े कई सबूत मिले. आरोपी झू वेई उर्फ लाम्बो के लैपटॉप से पुलिस को कई दस्तावेज मिले हैं.
कॉल सेंटर से ऐसे चल रहा था फ्रॉड का खेल
हैदराबाद के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि झू वेई उर्फ लाम्बो सात कॉल सेंटर चलाने वाली चार अलग-अलग कंपनियों चलाता है और वह उसका प्रमुख है. इन कंपनियों के कॉल सेंटर गुरुग्राम, बेंगलुरु और हैदराबाद में हैं. चार कंपनियों की ओर से कॉल सेंटर चलाए जा रहे थे. इन कॉल सेंटरों एप्स के जरिए लोन लेने वाले लोगों के साथ फ्रॉड का खेल चल रहा था. पुलिस के मुताबिक कॉल सेंटर से लोगों से वसूली भी की जा रही थी.
लोन एप्स घोटाला मामले में अब तक चार चीनी नागरिक गिरफ्तार
मालूम होू कि लोन एप्स घोटाला मामले में तेलंगाना पुलिस ने अब तक चार चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. इनमें से तीन, यी बाई, लियांग तियानतियन और लाम्बो को तुरंत लोन ऐप के मामले में गिरफ्तार किया गया था. वहीं चौथे याओ हाओ को अगस्त में एक ऑनलाइन जुआ रैकेट चलाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में भारतीयों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था.
कंपनियों के उत्पीड़न से परेशान होकर तीन लोग कर चुके आत्महत्या
पुलिस के अनुसार पिछले एक महीने में ऐसे फर्जी एप्लीकेशन चलाने वाली कंपनियों के उत्पीड़न से कथित तौर पर एक इंजीनियर समेत तीन लोगों ने आत्महत्या कर ली. बताया गया कि इन घटनाओं के बाद से ही पुलिस ने इस पूर मामले को गंभीरता से लिया और जांच शुरू कर कार्रवाई की. पुलिस कॉल सेंटरों के माध्यम से ऐप चलाने वाली कंपनियों के उत्पीड़न से संबंधित ऐसे 27 मामलों की जांच कर रही है.