Karnal-भारत पर भी कम भारी नहीं पड़ रहा यूक्रेन संकट, अब तक निवेशकों के डूबे 9.1 लाख करोड़ रुपये

अगर आपके पास डीमैट अकाउंट नहीं है तो शेयर बाजार में सीधे निवेश नहीं कर सकते।

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निराश मत होइए, डीमैट अकाउंट नहीं होने के बावजूद शेयर बाजार में आप पैसा लगा सकते हैं बशर्ते आपको म्यूचुअल फंड के तौर पर दूसरा रास्ता चुनना पड़ेगा। यह रास्ता स्टॉक मार्केट में सीधे निवेश की तुलना में थोड़ा कम जोखिम वाला है और सबसे खास बात यह है कि इसमें अब 100 रुपये से भी निवेश शुरू कर सकते हैं।

जेडफंड्स के मुताबिक इस SIP योजना को आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल म्यूचुअल फंड, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड और टाटा म्यूचुअल फंड के साथ मिलकर पेश किया गया है। इसके अलावा कंपनी अपने उत्पाद पहुंच को बढ़ाने के लिए कई अन्य म्यूचुअल फंड कंपनियों के संपर्क में भी है।

 

किस इलाके के लोगों को फायदा: इस फंड योजना के जरिये जेडफंड्स की मंशा टियर-2, टियर-3 एवं टियर-4 शहरों में रहने वाले लोगों की जरूरतों को पूरा करने की है। छोटे शहर हो या देहाती इलाका, यहां रहने वाले लोगों के बीच दैनिक आधार पर कमाई की दर ज्यादा होने से यह योजना ज्यादा कारगर हो सकती है।

100 रुपए से निवेश: जेडफंड्स के मुताबिक, इस योजना के तहत कोई व्यक्ति दैनिक आधार पर 100 रुपये का भी निवेश कर सकता है। इससे दैनिक कामगारों और छोटे कारोबारियों के लिए भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर पाना मुमकिन हो पाएगा।

कंपनी के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीष कोठारी ने कहा, “भारत के लोगों तक म्यूचुअल फंड उत्पादों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए यह एकदम नई अवधारणा है। इससे स्वरोजगरार में लगे और दैनिक आधार पर भुगतान पाने वाले लोगों के लिए भी निवेश का विकल्प तैयार होगा।”

भारत VIX, जो अगले 30 दिनों में व्यापारियों द्वारा अपेक्षित उतार-चढ़ाव को इंगित करता है, ने 22.9 से 26.9 के स्तर तक 17.5 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।

ब्रोकरेज फर्म आईएफए ग्लोबल ने मंगलवार को अपने सुबह के नोट में कहा, “सुरक्षित पनाहगाह रातोंरात रुक गए हैं। अमेरिकी कोषागार पर यील्ड लंबी अवधि में लगभग 7-8bps गिर गई है। यह एक मौका है कि राजनीतिक तनाव के जोखिम को देखते हुए अपनी सख्त योजनाओं को फिर से जांच सकता है।”

भारत के लिए सबसे बड़ा मैक्रो हेडविंड कच्चे तेल की कीमतों में तेजी है। इसका मुद्रास्फीतिकारी परिणाम भारतीय रिजर्व बैंक को अपने नरम मौद्रिक रुख को छोड़ने के लिए मजबूर करेगा। कच्चा तेल करीब 97 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। सोना 1,900 डॉलर के पार पहुंच गया है।

 

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, “कच्चे तेल और सोने की उच्च कीमतों में आर्थिक परिणाम दिखाई दे रहे हैं। तनाव बढ़ेगा तो स्थिति और बिगड़ेगी। अगर नरमी आई तो इसमें कमी आएगी।” विजयकुमार ने कहा, ‘इस गिरावट में खरीदारी के मौके आ सकते हैं लेकिन निवेशकों को खरीदारी के लिए जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है क्योंकि एफआईआई के बिकवाली जारी रहने की संभावना है।”

ट्रेडिंगो के संस्थापक पार्थ न्याती ने कहा, “कुल मिलाकर रुझान तेज है, लेकिन अगले महीने हमारे पास उच्च अस्थिरता हो सकती है। इसलिए अल्पकालिक व्यापारियों को हल्का रहना चाहिए। जबकि लंबी अवधि के निवेशकों को इस सुधार को खरीदारी के अवसर के रूप में देखना चाहिए।”