सहारनपुर, NIRMALSANDHU:। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा पर राजनीतिक वार किए। सपा पर मुस्लिमों को आगे नहीं बढ़ाने का और कांग्रेस पर दलितों को आगे नहीं बढऩे देने का आरोप लगाया। कहा, बसपा ने सर्वसमाज के हितों का ख्याल रखते हुए राजनीति में मुस्लिमों को भी उसका हक दिया है। शनिवार को टपरी में जनसभा को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बसपा प्रदेश की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है और पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का काम करेगी। सपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सपा सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान दंगे कराने का काम किया, मुजफ्फरनगर का कांड इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। बड़े पैमाने पर इससे जाटों को नुकसान पहुंचा तो हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को भी नुकसान हुआ। सपा की सरकार में केवल एक वर्ग का विकास हुआ। कहा कि पिछले पांच सालों में मुसलमानों ने ही सपा का सबसे अधिक साथ दिया, लेकिन अब अवसर आने पर सपा ने मुस्लिमों को आगे बढऩे से रोका। जिले के मुसलमानों को सपा ने कुछ नहीं दिया।प्रदेश की भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इस सरकार में धर्म के नाम पर अपराध ज्यादा बढ़े हैं और दलितों का उत्पीडऩ हुआ है। शब्बीरपुर कांड की याद दिलाते हुए कहा कि इस कांड के बाद ही उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर सड़क पर अपने लोगों की आवाज उठाने का निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि गरीबों, पिछड़ों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाया है। आरक्षण का कोटा पूरा नहीं किया गया जिसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों को भी आम लोगों को नुकसान के लिए जिम्मेदार बताया। कहा, यूपी से बेरोजगारों का पलायन हुआ है। कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश में स्थिति खराब रही है, इसलिए बसपा की सरकार बनाना जरूरी है, इसमें सर्वसमाज के लोगों को लाभ पहुंचाने का काम किया जाएगा।पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इमरान मसूद पर तंज करते हुए कहा कि सहारनपुर के एक नेता अपने को मुस्लिमों का नेता बताते हैं, वह भी सपा में आए। उन्हें भी टिकट नहीं दिया गया। कहा, जब पांच बार के मुस्लिम विधायकों को सपा ने टिकट नहीं दिया तो इन नेताजी को टिकट कैसे मिलता।